किशोरी शक्ति योजना(Maharashtra Kishori Shakti Yojana) क्या है, आवेदन कैसे करे, उद्देश्य, लाभ, लाभार्थी, योग्यता, दस्तावेज, आधिकारिक वेबसाइट, हेल्पलाइन नंबर | how to apply, motive, benefits, beneficiary, eligibility, documents, official website, helpline number
देश की सरकार और सभी राज्य सरकार समय समय पर अपने स्तर पर देश की बालिकाओं को लाभ देने और उन्हें शिक्षा के प्रति प्रोत्साहन देने के लिए कई योजनाएं शुरू करती है। इसी को ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र राज्य सरकार ने यह किशोरी शक्ति योजना शुरू की है। जिससे हर पात्र बालिका को मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक रूप से ओर सशक्त किया जाएगा।
इस योजना के तहत इस बालिकाओं/किशोरियों को मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत करने के लिए इन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के आंगनवाड़ी के केंद्रों के द्वारा दिया जाएगा। इसमें केवल 11 साल से लेकर 18 साल तक की उम्र वाली बालिकाओं को ही लाभ मिलेगा। इसके तहत सरकार हर पात्र बालिका पर हर साल 1 लाख रुपए खर्च करेगी। हरियाणा अंत्योदय परिवार परिवहन योजना क्या है
Contents
- 1 Maharashtra Kishori Shakti Yojana in Hindi
- 2 महाराष्ट्र किशोरी शक्ति योजना के उद्देश्य(Maharashtra Kishori Shakti Yojana Motive)
- 3 महाराष्ट्र किशोरी शक्ति योजना के तथ्य
- 4 महाराष्ट्र किशोरी शक्ति योजना की लाभ(Kishori Shakti Yojana Benefits)
- 5 महाराष्ट्र किशोरी शक्ति योजना की पात्रता(Maharashtra Kishori Shakti Yojana Eligibility)
- 6 महाराष्ट्र किशोरी शक्ति योजना के दस्तावेज
- 7 महाराष्ट्र किशोरी शक्ति योजना में आवेदन कैसे करें
- 8 FAQ
Maharashtra Kishori Shakti Yojana in Hindi
योजना का नाम | महाराष्ट्र किशोरी शक्ति योजना |
साल | 2024 |
विभाग | महिला एवं बाल विकास विभाग |
उद्देश्य | किशोरियों का शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक विकास करना |
लाभ | स्कूल/कॉलेज बीच में छोड़ चुकी बालिकाओं को प्रशिक्षण देना |
लाभार्थी | राज्य की 11 से 18 साल की आयु वाली बालिकाएं |
आवेदन | ऑफलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | https://womenchild.maharashtra.gov.in/contentmi/index.php |
महाराष्ट्र किशोरी शक्ति योजना के उद्देश्य(Maharashtra Kishori Shakti Yojana Motive)
इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य की सभी पात्र बालिकाओं का मानसिक, शारीरिक और सामाजिक विकास कर के उनके सशक्तिकरण करना है, जिन्होंने अपनी स्कूल/कॉलेज की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी है।
इस योजना की कुछ मुख्य उद्देश्य इस प्रकार है:
- योजना के तहत बाल विवाह होने और बार बार बच्चे पैदा करने से स्वास्थ्य पर हुए प्रभावों के साथ साथ संतुलित भोजन और हरी पत्तेदार सब्जियों के सेवन और किशोरियों को स्वास्थ्य, शिक्षा और प्रशिक्षण देना।
- इस योजना के तहत बालिकाओं के लिए आंगनवाड़ी केंद्रों पर कई कार्यक्रम आयोजित होंगे और खून की कमी से झुंज रही महिलाओं का भी ख्याल रखा जाएगा। यूपी कन्या विद्या धन योजना में मिलेंगे 30,000 रूपए
महाराष्ट्र किशोरी शक्ति योजना के तथ्य
- इस योजना का संचालन राज्य सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग की निगरानी में आंगनवाड़ी केंद्रों द्वारा किया जाएगा।
- इस योजना को अभी पहले अहमदनगर, अकोला, औरंगाबाद, भंडारा, चंद्रपुर, धुले, हिंगोली, जलगांव, जालना, लातूर, नंदूरबार, उस्मानाबाद, परभणी, पुणे, रायगढ़, रत्नागिरी, सांगली, सिंधीदुर्ग, सोलापुर, ठाणे, वाशी और वर्धा जिलों में शुरू किया गया है।
- इस योजना के सफल संचालन के लिए राज्य सरकार द्वारा हर साल 3.8 करोड़ रूपए का बजट जारी किया जाएगा।
- इसमें आंगनवाड़ी केंद्रों पर ही पात्र बालिकाओं को पोषण, शिक्षा और कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- इन आंगनवाड़ी केंद्रों पर हर पात्र बालिका/किशोरी की हर 3 महीने बाद जांच की जाएगी, जिसके तहत उनके स्वास्थ्य कार्ड भी बनाए जाएंगे। मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना क्या है
महाराष्ट्र किशोरी शक्ति योजना की लाभ(Kishori Shakti Yojana Benefits)
- इस योजना के तहत राज्य की उन BPL परिवार की बालिकाओं को लाभ मिलेगा जो अपना स्कूल/कॉलेज बीच में ही छोड़ चुकी है।
- इस योजना के तहत राज्य सरकार हर किशोरी बालिका पर हर साल 1 लाख रुपए तक का खर्च करेगी, जिसके तहत उन्हें शिक्षा और स्वास्थ्य तथा अन्य कठिनाइयों का सामना करने के लिए आत्मनिर्भर और सशक्त बनाया जाएगा।
- इस योजना के द्वारा राज्य की हर ग्राम पंचायत से ऐसी ही 18 किशोरियों का चयन किया जाएगा, जिन्हे आंगनवाड़ी कार्यकर्ता द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- इस योजना के तहत हर पात्र बालिका को हर साल 300 दिनों तक 600 कैलरी, 18 से 20 ग्राम प्रोटीन और अन्य पोषण दिया जाएगा।
- इस योजना की तहत हर बालिका को खाना बनाना, घर का काम, अच्छी आदतें और व्यक्तिगत साफ सफाई तथा स्वच्छता के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।
- अगर किशोरी 16 से 18 की है तो उन्हें स्वरोजगार और अन्य कामों/नौकरी के लिए भी तैयार किया जाएगा।
- इस योजना से किशोरियों में आत्मसम्मान, आत्मविश्वास और खुद अपने फैसले लेने की क्षमता का विकास होगा और वे सशक्त बन पाएंगी। राजस्थान तारबंदी योजना क्या है
महाराष्ट्र किशोरी शक्ति योजना की पात्रता(Maharashtra Kishori Shakti Yojana Eligibility)
- योजना का लाभ केवल महाराष्ट्र राज्य की स्थाई निवासी बालिका ही ले सकते है।
- इस योजना के तहत केवल 11 से 18 साल की उम्र वाली किशोरियां की प्रशिक्षण का लाभ ले सकती है।
- लाभ केवल गरीबी रेखा से नीचे जीने वाली बीपीएल कार्ड धारक बालिकाओं को ही दिया जाएगा।
महाराष्ट्र किशोरी शक्ति योजना के दस्तावेज
- आधार कार्ड
- मूल निवास प्रमाण पत्र
- जन्म प्रमाण पत्र
- BPL कार्ड
- स्कूल छोड़ने का प्रमाण पत्र(TC)
- जाति प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर माझी कन्या भाग्यश्री योजना फॉर्म कैसे भरे
महाराष्ट्र किशोरी शक्ति योजना में आवेदन कैसे करें
इस योजना के तहत आवेदन करने के लिए किशोरी को कही भी जाने की जरूरत नही होगी। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा ही सर्वे करके पात्र बालिकाओं के लिए आवेदन किया जाएगा।
- इसके लिए सबसे पहले हर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता द्वारा अपने इलाके के घरों में जाकर इस योजना की पात्र बालिकाओं सर्वे द्वारा चयन किया जाएगा।
- फिर ये कार्यकर्ता इन चुनी गई बालिकाओं की लिस्ट को महिला एवं बाल विकास विभाग भेजेगी, जहा इनकी जांच की जाएगी।
- फिर अगर ये बालिकाएं लाभ लेने की पात्र होंगी तो उन्हें किशोरी कार्ड दिए जायेंगे।
- फिर इस प्रकार उन्हे इस योजना का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा, उन्हे बस बताए अनुसार प्रशिक्षण के लिए आंगनवाड़ी केंद्र पर जाना होगा।
Official Website | यहां क्लिक करें |
Helpline Number | यहां क्लिक करें |
फ्री सोलर चूल्हा योजना में आवेदन कैसे करें
FAQ
किशोरी शक्ति योजना किस राज्य ने शुरू की है?
यह योजना महाराष्ट्र राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई है।
महाराष्ट्र किशोरी शक्ति योजना का उद्देश्य क्या है?
इस योजना के तहत राज्य की हर गरीब परिवार की ऐसी बालिका जिसने अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ दी है, उन्हे कई तरह का शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि वे आगे अपना जीवन सही तरह से बिना किसी कठिनाई के जी सके।
महाराष्ट्र किशोरी शक्ति योजना में क्या लाभ मिलेगा?
इस योजना के तहत हर पात्र किशोरी को शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक कौशल प्रशिक्षण मिलेगा और इसी के साथ उन्हे अच्छा खाना और साफ सफाई की आदतें सिखाई जाएंगी, जिसके तहत सरकार हर बालिका पर हर साल 1 लाख रुपए तक खर्च करेगी।